सरस्वती माता की पूजा
जिनदेव के मुख से खिरी, दिव्यध्वनी अनअक्षरी। गणधर ग्रहण कर द्वादशांगी, ग्रंथमय रचना करी।। इन अंग पूरब शास्त्र के ही, अंश ये सब शास्त्र हैं। उस जैनवाणी को जजूँ, जो ज्ञान अमृतसार है।।१।। ॐ ह्रीं अर्हन्मुखकमलविनिर्गतद्वादशांगमयी सरस्वती देवि! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं अर्हन्मुखकमलविनिर्गतद्वादशांगमयी सरस्वती देवि!अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठः ठः स्थापनं। ॐ ह्रीं […]
अतिशय क्षेत्र त्रिलोकपुर- भगवान नेमिनाथ पूजन
अतिशय क्षेत्र त्रिलोकपुर-भगवान नेमिनाथ पूजन भगवान नेमिनाथ पूजन-विधान श्री नेमिनाथ जिनराज! नमोऽस्तु तुभ्यं। श्री नेमिनाथ मुनिनाथ! नमोऽस्तु तुभ्यं।। अतिशायिक्षेत्रसुत्रिलोकपुरस्य नाथ:। श्री नेमिनाथ जिनसूर्य! नमोऽस्तु तुभ्यं।।१।। मंगलं भगवान् वीरो, मंगलं गौतमो गणी। मंगलं कुंदकुंदाद्यो, जैनधर्मोऽस्तु मंगलं।।२।। ।।अथ जिनपूजा प्रतिज्ञापनाय पुष्पांजलिं क्षिपेत्।। श्री नेमिनाथ जिनराज! नमोऽस्तु तुभ्यं। श्री नेमिनाथ मुनिनाथ! नमोऽस्तु तुभ्यं।। अतिशायिक्षेत्रसुत्रिलोकपुरस्य नाथ:। श्री नेमिनाथ जिनसूर्य! […]